इंडिया टुडे की यह विशेष रिपोर्ट बिहार में गर्म राजनीतिक अभियान पर प्रकाश डालती है, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस नेता राहुल गांधी जैसी प्रमुख हस्तियां शामिल हैं। मुख्य आकर्षण अखिलेश यादव का प्रधानमंत्री को तीखा जवाब था, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया कि उन्हें ‘अपमान मंत्रालय’ या अपमान मंत्रालय नामक एक नया मंत्रालय बनाना चाहिए। महागठबंधन के खिलाफ पीएम मोदी की ‘कट्टा’ (देशी बंदूक) वाली टिप्पणी और योगी आदित्यनाथ के ‘पप्पू, टप्पू, अप्पू’ तंज से वाकयुद्ध तेज हो गया, जिसमें विपक्षी नेताओं की तुलना तीन बंदरों से की गई। जुबानी जंग के बीच राहुल गांधी ने मल्लाह समुदाय से अपील करने के लिए मुकेश सहनी के साथ बेगुसराय में एक तालाब में कूदकर एक नाटकीय इशारा किया। ‘जंगल राज’ को पुनर्जीवित करने की इन उच्च-डेसीबल हरकतों और आरोपों ने नौकरियों, मुद्रास्फीति और प्रवासन जैसे मुख्य चुनावी मुद्दों को काफी हद तक प्रभावित कर दिया है।
