यह विशेष रिपोर्ट पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार और भाजपा से जुड़े राजनीतिक घमासान पर केंद्रित है। विवाद मुख्यमंत्री के जूतों की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात करने के आदेश पर शुरू हुआ, जिसे भाजपा ने प्रवक्ता अनिल सरीन के माध्यम से राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए ‘पाखंड की पराकाष्ठा’ बताया है। सरीन ने कहा, ‘यह एक ठोस स्थिति है और एक मुख्यमंत्री जो खुद को आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधि बताता है, उसके लिए यह एक युगांतकारी बकवास की पराकाष्ठा है।’ भाजपा ने इसकी तुलना गंभीर अपराधों से की है, जिसमें हाल ही में जगराओं में एक कबड्डी खिलाड़ी की गोली मारकर हत्या भी शामिल है। आम आदमी पार्टी सरकार और सीएम मान ने पलटवार करते हुए दावा किया है कि विपक्ष ‘चप्पल और जूते’ को मुद्दा बना रहा है क्योंकि वे भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकते। अनिल सरीन ने हाल के भ्रष्टाचार के एक मामले का हवाला देकर और अवैध खनन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के आप के चुनाव पूर्व अधूरे वादों पर सवाल उठाकर इसका प्रतिवाद किया।
