यह विशेष रिपोर्ट आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में वेंकटेश्वर मंदिर में हुई दुखद भगदड़ को कवर करती है, जहां 10 भक्तों, मुख्य रूप से महिलाओं और बच्चों की जान चली गई। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बंदोबस्ती विभाग द्वारा स्थापित मानक एसओपी के अनुसार, उचित प्रोटोकॉल होना चाहिए जिसका पालन किया जाना चाहिए… उन सभी प्रमुख नियमों का उल्लंघन किया गया।’ इस घटना को घोर लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जिसमें अधूरा मंदिर ढांचा, एकल प्रवेश और निकास बिंदु और स्टील रेलिंग का गिरना शामिल है, जिससे 15,000 की भीड़ में दहशत फैल गई। हादसे के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने स्थिति का जायजा लिया है। प्रतिक्रिया में स्थानीय विधायक और मंत्री शामिल थे, श्रीकाकुलम के सांसद और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू भी साइट पर मौजूद थे। रिपोर्ट में सवाल उठाया गया है कि अनिवार्य सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किए बिना निजी मंदिर को इतनी बड़ी सभा के संचालन और मेजबानी की अनुमति क्यों दी गई।
