यह विशेष रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बीच बढ़ते राजनीतिक संघर्ष पर केंद्रित है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब प्रधानमंत्री ने बिहार में एक रैली के दौरान द्रमुक पर बिहार के लोगों का अपमान करने और उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया, जिस पर तमिलनाडु सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। इसके जवाब में एमके स्टालिन ने कहा, ‘एक तमिल होने के नाते मैं खेदपूर्वक अनुरोध करता हूं कि उन्हें इस तरह के भाषणों से अपनी गरिमा नहीं खोनी चाहिए।’ मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री पर चुनावी लाभ के लिए नफरत फैलाने और दोनों राज्यों के लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने का आरोप लगाया। यह कार्यक्रम शब्दों के राजनीतिक युद्ध पर प्रकाश डालता है, जिसमें भाजपा डीएमके नेताओं की पिछली विवादास्पद टिप्पणियों को उजागर करती है, जिसमें ‘गोमूत्र राज्य’ का तंज भी शामिल है, जबकि डीएमके अपनी स्थिति का बचाव करती है और भाजपा पर महत्वपूर्ण चुनावों से पहले उत्तर-दक्षिण विभाजन को बढ़ावा देने का आरोप लगाती है।

