यह विशेष रिपोर्ट दिल्ली की यमुना नदी में प्रदूषण संकट पर केंद्रित है, जिसमें टेरी की निदेशक डॉ. नुपुर बहादुर के साथ गहन चर्चा शामिल है। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच, खासकर छठ पूजा के मौसम के दौरान, रिपोर्ट नदी के जहरीले झाग के पीछे के विज्ञान को उजागर करती है। डॉ. बहादुर कहते हैं, ‘स्वच्छता एक नियमित घटना है। यह एक स्थायी प्रयास होना चाहिए।’ विश्लेषण प्रदूषण के प्राथमिक कारणों की पहचान करता है, जिसमें अनुपचारित सीवेज, औद्योगिक अपशिष्ट और जलकुंभी से बायोसर्फैक्टेंट शामिल हैं। रिपोर्ट में हाल की सरकारी कार्रवाइयों पर भी प्रकाश डाला गया है, जैसे कि जलकुंभी को हटाना और नालों को फंसाना, जिससे फीकल कोलीफॉर्म के स्तर में उल्लेखनीय कमी आई है और पानी की गुणवत्ता में सुधार दिखाई दे रहा है, जिससे नदी के पुनर्जीवन के लिए आशा की किरण जगी है।
