इंडिया टुडे टीवी के गौरव सावंत द्वारा होस्ट किए गए ‘चक्रव्यूह’ पॉडकास्ट पर इस विशेष रिपोर्ट में अफगानिस्तान के पूर्व राजदूत विवेक काटजू तालिबान के नेतृत्व वाले राष्ट्र के प्रति भारत की विकसित नीति पर चर्चा कर रहे हैं।
राजदूत काटजू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंध और अंतरराज्यीय संबंध हमेशा हितों के आधार पर आगे बढ़ते हैं, वे विश्वास के आधार पर आगे नहीं बढ़ते हैं।
चर्चा इस बात पर केंद्रित है कि भारत अपने तकनीकी मिशन को काबुल में एक पूर्ण दूतावास में अपग्रेड कर रहा है, जो इस महीने की शुरुआत में अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी की यात्रा के बाद उठाया गया कदम है।
यह ऐतिहासिक डूरंड रेखा विवाद, तालिबान के पाकिस्तान से स्वतंत्रता के दावे और भारत की पुनः भागीदारी के लिए प्रेरित करने वाली रणनीतिक मजबूरियों की पड़ताल करता है।
संवाद में पाकिस्तान के आंतरिक संघर्ष और काबुल की विदेश नीति को नियंत्रित करने के उसके प्रयासों को भी शामिल किया गया है, जो तालिबान की भारत के साथ स्वतंत्र संबंध की घोषणा के साथ जुड़ा हुआ है।
