यह विशेष रिपोर्ट चेन्नई के बुनियादी ढांचे में भारी अंतर को उजागर करती है, जिसमें आम नागरिकों द्वारा सामना की जाने वाली गड्ढों वाली, जलजमाव वाली सड़कों के मुकाबले वीआईपी क्षेत्रों में प्राचीन सड़कों का प्रदर्शन किया गया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, उप मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन और टीवीके प्रमुख विजय जैसे प्रमुख हस्तियों के आवास वाले इलाकों बनाम पल्लीकरनई और मेदावक्कम जैसे क्षेत्रों में प्रदान की गई नागरिक सुविधाओं में असमानता पर ध्यान केंद्रित किया गया है। ग्राउंड पर मौजूद एक रिपोर्टर ने कहा, ‘यह चेन्नई के सबसे अच्छे हिस्सों में से एक है। तुम जानते हो क्यों? क्योंकि यहीं पर शहर के असली वीआईपी रहते हैं… अब इसकी तुलना पल्लीकरनई, मेदावक्कम, मडिपक्कम, थुरैपक्कम से करें… और आपको अपना जवाब मिल जाएगा।’ विशेष रूप से तेनमपेट में सड़कों की खराब स्थिति पर इंडिया टुडे के रियलिटी चेक के बाद, नगर निगम के अधिकारियों ने मरम्मत कार्य शुरू किया, जिसमें सरकार के संदिग्ध मानसून तैयारियों के दावों के बीच नागरिक कार्रवाई को बढ़ावा देने में मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
