राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) हमास से प्रेरित आतंकी हमलों की योजना बनाने के लिए जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े ‘डॉक्टर मॉड्यूल’ की जांच कर रही है, जिसमें ड्रोन का उपयोग करना और जम्मू-कश्मीर में अस्पतालों को हथियार भंडारण सुविधाओं में बदलना शामिल है। जांच का संबंध अल-फला विश्वविद्यालय से है और इसमें डॉक्टरों सहित कई पेशेवर शामिल हैं, जिन्होंने कथित तौर पर सिलसिलेवार विस्फोटों और कार बमों को अंजाम देने की योजना बनाई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘योजना अनिवार्य रूप से सिलसिलेवार विस्फोट, कार बम और ड्रोन हमले करने की थी।’ एनआईए इस नेटवर्क की सीमा की जांच कर रही है, जिसे कथित तौर पर हमास से तकनीकी सहायता मिली थी और इसमें अमोनियम नाइट्रेट जैसी बड़ी मात्रा में बम बनाने की सामग्री का भंडारण शामिल था। जांच इस व्यापक साजिश में डॉ. मुजम्मिल और विश्वविद्यालय से जुड़े अन्य लोगों सहित कई व्यक्तियों की भूमिका की जांच कर रही है।
