इस विशेष रिपोर्ट में डॉक्टर उमर, मुज़म्मिल और आदिल सहित कट्टरपंथी पेशेवरों से जुड़े एक प्रमुख अंतरराज्यीय आतंकी मॉड्यूल के भंडाफोड़ का विवरण दिया गया है, जो कथित तौर पर दो साल से हमलों की योजना बना रहे थे। जांच, जो जम्मू-कश्मीर में शुरू हुई, अब दिल्ली और हरियाणा तक फैल गई है, अंकारा, तुर्की में एक हैंडलर का पता चला है और अल-फलाह विश्वविद्यालय में छापेमारी हुई है। जांचकर्ताओं के अनुसार, हैंडलर ने ऑपरेशन को निर्देशित करने के लिए एक विशिष्ट कोडनेम का इस्तेमाल किया। जैसा कि इंडिया टुडे की श्रेया चटर्जी की रिपोर्ट है, ‘उकासा अरबी भाषा में मकड़ी के जाल का एक कोड नाम है।’
