यह विशेष रिपोर्ट कर्नाटक में बढ़ते राजनीतिक घटनाक्रम को कवर करती है, जहां मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कैबिनेट फेरबदल के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें तीन से चार महीने पहले फेरबदल की मंजूरी दे दी थी, लेकिन उन्होंने नवंबर 2025 में उनकी सरकार के ढाई साल पूरे होने तक इंतजार करना चुना। बेलगावी में पत्रकारों से की गई मुख्यमंत्री की टिप्पणियों ने राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के भीतर सत्ता का खेल तेज कर दिया है। यह कदम नेतृत्व में संभावित बदलाव और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के साथ सत्ता-साझाकरण समझौते के बारे में चल रही अटकलों के बीच आया है। संभावित फेरबदल ने इस बात पर चर्चा शुरू कर दी है कि नए चेहरों को लाने और सरकार की स्थिति को मजबूत करने के लिए किन मंत्रियों को बदला जा सकता है।
